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बॉक्सर विजेन्द्र सिंह ने भारत के लिए एक और पदक अर्जित किया
मुक्केबाज़ी की ७५ किलो की स्पर्धा के सेमि - फाइनल मुकाबले में क्यूबा के एमिलियो कोरिया से हार करभारतीय मुक्केबाज़ विजेन्द्र सिंह को काँस्य पदक से ही संतुष्ट होना पड़ा । यह मुकाबला विजेन्द्र ने ५ - ८ सेहारा । सेमि - फ़ाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को काँस्य पदक दिया जाता है ।
इस प्रकार बीजिंग ओलिम्पिक्स में भारत ने ३ पदक प्राप्त किये हैं । यह भारत का अब तक का सबसे अच्छाप्रदर्शन रहा है ।
भारत को बीजिंग ओलिम्पिक्स में एक और पदक
बीजिंग ओलिम्पिक्स में आज का दिन भारत के लिए बहुत ही शुभ सिद्ध हुआ । भारत के पहलवान सुशील कुमार ने कुश्ती के ६६ किलो के वर्ग में काँस्य पदक जीता । अब कुल मिला कर भारत ने इन ओलिम्पिक गेम्स में दो पदक अर्जित कर लिए हैं । इतना ही नहीं अपितु बॉक्सर विजेन्द्र कुमार ने ईक्वाडोर के कार्लोस गोंगोरा को हरा सेमी-फाइनल्स में प्रवेश कर भारत के लिए एक और पदक निश्चित कर लिया है ।
भारत ने अब तक कभी भी ओलिम्पिक खेलों में तीन पदक नहीं हासिल किए हैं । इस से पहले १९५२ के हेल्सिंकी खेलों में भारत ने दो पदक लिए थे - हॉकी में स्वर्ण तथा पहलवान के. डी. यादव ने कुश्ती में काँस्य पदक लिया था ।
अभिनव बिन्द्रा ने बीजिंग ओलिम्पिक खेलों में आज इतिहास रचा
अभिनव बिन्द्रा ने ओलिम्पिक खेलों में भारत के लिए पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता है । बीजिंग ओलिम्पिक खेलों की निशानेबाज़ी की १० मीटर एयर राइफ़ल स्पर्धा में कुल १०.५ अंक अर्जित कर स्वर्णपदक पर अपना कब्ज़ा जमाया । इस प्रकार भारत ने बीजिंग खेलों में आज अपना ख़ाता खोला ।
ओलिंपिक खेलों के इतिहास में भारत का प्रदर्शन कुछ अच्छा नहीं रहा है । भारत जो कि हॉकी में अब तकआठ स्वर्ण पदक जीत चुका है, व्यक्तिगत स्वर्ण पदक से अब तक वंचित रहा है । इस से पहले हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन २००४ में एथेंस में हुए खेलों में राज्यवर्धन सिंह का रजत पदक रहा है । वर्ष २००० में भार उत्तोलक कर्णम महेश्वरी ने, १९९६ में टेनिस खिलाडी लियैन्डर पायस ने तथा १९५२ में कुशती स्पर्धा में खसबा जाधव ने कांस्य पदक जीता है।
हैदराबाद में वर्षा का प्रकोप
हैदराबाद में कल रात्रि से वर्षा का प्रकोप जारी है । वैसे तो पिछले एक सप्ताह से आकाश मेघाच्छादित है एवमरह रह कर बारिश हो रही है, पर कल शाम से तो बडी ज़ोरों की वर्षा हो रही है । शाम साड़े आठ से एक घंटेतक मूसलाधार वर्षा होती राही - एक घंटे में लगभग ४ सें. मी. । लोकल समाचार चैनल्स से पता चला किहुसैन सागर भर चुका है एवम निचले इलाक़ों में बाड़ की चेतावनी दे दी गई है ।
रात भर बारिश होती रही । प्रतः उठे तो देखा कि वरूण देवता अभी भी काम पर लगे हुए हैं । दिन भर झड़ीलगी रही । नगर के कई निचले इलाकों में पानी भर आया है । पता चला कि कल शाम दिलशुक नगर, पंजागुट्टा, ख़ैरताबाद, इत्यादी क्षेत्रों में घंटों लम्बे ट्रॉफ़िक जैम थे । सारे राज्य में वर्षा का कहर कल भी रहेगाऐसी संभावना है ।
नगर के आस पार जितने भी तालाब एवम जलाशय हैं, सारे के सारे भर गए हैं । ऐसा लगता है कि कमसे कमराज्य पर छाया बिजली का संकट टल जाएगा ।
Amte Couple Chosen for this year's Magsaysay Award
More than thirty years after Baba Amte won the Ramon Magsaysay award for public service, his son Prakash Amte and daughter-in-law Mandakini have been chose to receive the prestigious award for community leadership.
Prakash had left his lucrative practice and following the footsteps of his father, set up a hospital for the Madia Gond tribals, in the thick forests of Gadchiroli district of Maharashtra.
The doctor couple were awarded, the Ramon Magsaysay Award Foundation says, for "enhancing the capacity of Madia Gonds to adapt positively in today's India, through healing and teaching andother compassionate interventions".
Prakash Amte is also know for his love for wild life and nature. He has set up his camp at Hemalkasa, about 350 km from Nagpur.